tag:blogger.com,1999:blog-1090916228454409284.post7961052955815462509..comments2023-10-26T16:24:11.647+05:30Comments on कमला कृति: डॉ. हृदय नारायण उपाध्याय की दो कविताएंkamlakritihttp://www.blogger.com/profile/17512215053997016970noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1090916228454409284.post-34189871994452741332015-10-29T19:03:28.748+05:302015-10-29T19:03:28.748+05:30शब्द भार अर्थ खोता हैं तीनों कविताओ का शब्द प्रयोग...शब्द भार अर्थ खोता हैं तीनों कविताओ का शब्द प्रयोग अति सूक्ष्म पराग गणो का संपुट बना हैं ।भाव अर्थ गहरे होने के उपरान्त भी शब्दों का सुंदर प्रयोग भी अर्थ ग्राह्यता मे कठिनता आ रही हैं ।जीवन ओर शब्द सृजन ओर भाव सरलता चाहते हैं ।जटिल जीवन मे सृजन थोड़ा सरल हो सके तो उपयोगी होगा ।रचना बहुत सुंदर ।बधाई ।<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/14068585930378869539noreply@blogger.com