कमला कृति

बुधवार, 8 अगस्त 2018

डाॅ. मधुर बिहारी गोस्वामी के दोहे


चित्र गूगल सर्च इंजन से साभार


भली करेंगे राम


चाहे आए आँधियाँ, निशिदिन आठों याम।
पर करना विश्वास तुम..भली करेंगे राम।।

क्यों मनुआ!चिन्ता करे, करता रह तू काम।
जो  होता  है,  होन  दे,..भली करेंगे राम।।

सारे संकट दूर हों,.......पूरे हों सब काम।
यही सोच कर हम जिएँ, भली करेंगे राम।।

मन को  रखना ठीक है.. तो सोचो यह बात।
भली  करेंगे  राम  जी,..दिन  हो  चाहे रात।।

चिन्ता  में डूबे   हुए,...नहीं गला तू चाम।
मन में यह विश्वास रख, भली करेंगे राम।।

कठिन रोग से जूझता, रोगी रखता आस।
भली  करेंगे  राम जी, लौटूँगा पिय  पास।।

सरहद पर सैनिक खड़ा, सोचे घर की बात।
भली  करेंगे  राम  जी,..अब होगी बरसात।।

मेरे तेरे बीच में,.... आँखों से हो बात।
दीवारों के कान हैं,.. करें नहीं  संघात।।

सुन ले मेरे साजना, बतियाँ मेरी मान।
अभी अभी मैंने सुना, दीवारों के कान।।

पर निन्दा करनी अगर, ले लेना संज्ञान।
बार बार मैंने सुना,.. दीवारों के कान।।

जो सोचे, धीरे बता, कहना मेरा मान।
नहीं जानती, आजकल, दीवारों के कान।।

मुझको दे मेरे खुदा, ऐसा एक मकान।
नहीं जहाँ दीवार हों, नहीं जहाँ हों कान।।

दीवारों के कान हैं, यह है बिल्कुल झूठ।
या तो इसको प्रूव कर, या जाऊँगी रूठ।।

कहते जाओ राज़ तुम,दिन हो चाहे रात।
दीवारों के कान हैं, यह भी कोई बात।।

बच्चे जब हमसे कहें,...... जाओ पापा दूर।
तब लगती है चोट जब, दिखता गहन गरूर।।

जीवन भर जिनके लिए, खोया अपना चैन।
तब लगती है चोट जब,... देखत फेरैं नैन।।

बूढ़ी आँखें सोच मेंं,.... होती हैं बेचैन।
तब लगती है चोट जब, बोलैं ऊँचे बैन।।

जिन्हें झुलाया पालना,.. देकर सच्चा प्यार।
तब लगती है चोट जब,... देते पीर अपार।।

अपनों के व्यवहार में, जब आता है खोट।
बढ़ती जाएँ दूरियाँ,.. तब लगती है चोट।।


डाॅ. मधुर बिहारी गोस्वामी


  • जन्मतिथि-25 फरवरी-1953
  • शिक्षा-एम.ए.पी-एच.डी.
  • पद-सेवानिवृत्त एसोसिएट प्रोफेसर, एस.बी.जे.महाविद्यालय,बिसावर (हाथरस)।
  • लेखन-अनेक पत्रिकाओं में निबंध, दोहे आदि प्रकाशित। आकाशवाणी दिल्ली और मथुरा-वृन्दावन से अनेक वार्ताएँ प्रसारित। अनेक साहित्यिक गोष्ठियों में पत्र वाचन।
  • संपर्क-34, बिहारीपुरा,वृंदावन (मथुरा)।
  • मो.9719648204,8755846327
  • ईमेल-madhurbihari0565@gmail.com

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          मारीशस में “वैश्विक राम की कथायात्रा” पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी 


मुंबई स्थित साहित्यिक सांस्कृतिक शोध संस्था और मारीशस स्थित हिंदी प्रचारिणी सभा के संयुक्त तत्वावधान में आगामी 16 अगस्त को सभा के लोंग माउन्टेन, मारीशस स्थित सम्मेलन कक्ष में “वैश्विक राम की कथायात्रा” पर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है| इस कार्यक्रम में भारत से 22 हिंदी सेवी विद्वानों का एक प्रतिनिधि मंडल साहित्यिक सांस्कृतिक शोध संस्था की ओर से सम्मिलित होगा| इस प्रतिनिधि मंडल में मुंबई से डॉ. प्रदीप कुमार सिंह, डॉ. सतीश कनोजिया, श्री बिजय कुमार जैन, डॉ. गोविंद निर्मल, भोपाल से डॉ. एस. पी. गौतम, चेन्नै से डॉ. प्रदीप के शर्मा, तेलंगाना से डॉ. ऋषभ देव शर्मा, बिहार से डॉ. नीलिमा सिंह, डॉ. गीता सहाय, डॉ. कविता सहाय, उत्तर प्रदेश से श्री आलोक चतुर्वेदी, आदि उपस्थित रहेंगे| इनके साथ-साथ समारोह में  मारीशस के विश्व हिंदी सचिवालय के महासचिव डॉ. विनोद कुमार मिश्र, हिंदी प्रचारिणी सभा के प्रधान डॉ. यन्तुदेव बुधु, महात्मा गाँधी संस्थान की निदेशक डॉ. विद्योत्मा कुंजल के अतिरिक्त डॉ. अलका धनपत, मोहन श्रीकिसुन, श्री राज हीरामन, प्रो. हेमराज सुंदर, धनराज शम्भु, हनुमान दुबे आदि को हिंदी के प्रचार-प्रसार में विशिष्ट योगदान के लिए ‘हिंदी सेवी सम्मान’ से अलंकृत किया जाएगा| ये सभी साहित्यकार 18 से 20 अगस्त के दौरान मारीशस में आयोजित 11 वें विश्व हिंदी सम्मेलन में भी शिरकत करेंगे|       


प्रस्तुति : डॉ. सतीश कनोजिया


प्रबंधक, 
साहित्यिक सांस्कृतिक शोध संस्था, 
मुंबई   

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