कमला कृति

बुधवार, 11 जुलाई 2018

सबरंग: ज्योतिष और शैक्षणिक कैरिएर




         जन्मकुंडली का पंचम भाव शिक्षा का होता है। लग्न और नवम भाव पर भी विचार आवश्यक होता है। यदि लग्न का स्वामी पंचम,नवम् या केंद्र भाव में है तो जातक की शिक्षा शानदार होती है।यदि पंचम भाव में सूर्य है तो प्रशासनिक सेवा की तैयारी करना चाहिए। मंगल पुलिस सेवा देता है। शनि तकनीकी फील्ड,विधि और मेडिकल एजुकेशन देता है। चन्द्रमा भी शानदार एकेडमिक एजुकेशन देकर प्रोफेसर बनाता है। शुक्र मीडिया और फिल्म तथा फाइनेंसियल फील्ड सी ए इत्यादि बनाता है। बुध टॉप क्लास का एम बी ए कराता है।

         नवम भाव भाग्य का होता है।यदि नवम भाव में पुण्य ग्रह बृहस्पति,चन्द्रमा,शुक्र बैठा है तो जातक बहुत सफल होता है। पंचम भाव में गुरु और चन्द्रमा का योग जातक को टॉपर स्टूडेंट बनाकर उच्च कोटि का अधिकारी बनाता है। मेष और वृश्चिक राशि के जातक प्रशासनिक सेवा की तैयारी करें। वृष और तुला का बच्चे एम बी ए और पत्रकारिता,लॉ तथा फ़िल्म डायरेक्शन के फील्ड में जाय। मिथुन तथा कन्या के छात्र प्रबन्धन,ला,और टीचिंग फील्ड में प्रयास करें। कर्क और सिंह राशि के बच्चे प्रशासन और उच्च न्यायिक सेवाओं में जाते हैं। धनु तथा मीन के छात्र विद्वान होते हैं। ये किसी फील्ड में जायेंगे टाप पे रहेंगे।
      अंक ज्योतष से जन्मांक 1 के छात्र प्रशासन में ।2 के मेडिकल,3 के प्रशासन तथा ला में,4 के इंजीनियरिंग,5 के मेडिकल,6 के विधि और प्रबंधन,7 के पत्रकारिता और फ़िल्म,8 के इंजीनियरिंग और मेडिकल तथा 9 जन्मांक के विद्यार्थी प्रशासनिक सेवा की तैयारी करें तो बेहतर होगा। इसके अलावा खूब परिश्रम करें।याद रखें कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं होता। परिश्रम का भाव दशम और पंचम है। जितनी मेहनत आप करेंगे उतनी सफलता मिलेगी लेकिन नवम अर्थात भाग्य भाव का मजबूत होना भी आवश्यक है। यदि भाग्येश केंद्र या त्रिकोण में है तो सफलता जल्द मिलती है।


  • श्री सुजीत जी महाराज


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें